सितंबर 2025 में भारत सरकार ने GST संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे निर्माण सामग्री की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई है। इस लेख में हम सीमेंट, रेत और स्टील पर लागू नए GST रेट्स और उनके प्रभाव का विस्तृत विश्लेषण करेंगे। इसके बारे में डिटेल जानकारी हम आपको आर्टिकल में देंगे
सीमेंट: 28% से घटकर 18%
सीमेंट पर GST की दर पहले 28% थी, जो अब घटाकर 18% कर दी गई है। इससे निर्माण लागत में लगभग 5% की कमी आई है। उदाहरण के लिए, एक 50 किलोग्राम के सीमेंट बैग की कीमत ₹25-30 तक कम हो सकती है।
स्टील और आयरन: 18% GST
स्टील और आयरन उत्पादों पर GST की दर 18% है। इसमें TMT बार्स, रॉड्स, शीट्स और अन्य संरचनात्मक स्टील शामिल हैं। हालांकि इस दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन अन्य निर्माण सामग्री की दरों में कमी के कारण समग्र निर्माण लागत में राहत मिली है।
रेत और बजरी: 5% GST
प्राकृतिक रेत, बजरी और क्रश्ड स्टोन पर GST की दर 5% है। यह दर पहले 18% थी, जिससे निर्माण लागत में महत्वपूर्ण कमी आई है। हालांकि, आपूर्ति की कमी के कारण इन सामग्रियों की उपलब्धता में चुनौतियाँ आ सकती हैं।
अन्य निर्माण सामग्री पर GST दरें
सामग्री | GST दर (%) |
---|---|
फ्लाई ऐश ब्रिक्स | 5% |
सीमेंट ब्रिक्स | 28% |
टाइल्स (सिरेमिक, मार्बल) | 28% |
पाइप्स और फिटिंग्स | 18% |
पेंट्स और वार्निश | 28% |
ग्रेनाइट और मार्बल | 28% |
निर्माण सेवाओं पर GST
निर्माण सेवाओं पर GST की दरें इस प्रकार हैं:
- सामान्य निर्माण सेवाएँ: 12% GST
- सस्ते आवासीय परियोजनाएँ: 1% GST
- अन्य आवासीय परियोजनाएँ: 5% GST
- वाणिज्यिक निर्माण सेवाएँ: 12% GST
GST 2.0 की प्रमुख विशेषताएँ
- सरल GST संरचना: 5% और 18% की दो प्रमुख दरें लागू की गई हैं।
- महत्वपूर्ण वस्तुओं पर टैक्स में कमी: सीमेंट, स्टील, टाइल्स, और घरेलू उपकरणों पर टैक्स दरें घटाई गई हैं।
- उपभोक्ताओं के लिए राहत: दूध, आटा, पनीर, रोटी, और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर GST दरें घटाकर 0% या 5% की गई हैं।
- उद्योगों के लिए समर्थन: हस्तशिल्प, वस्त्र, और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों को भी टैक्स में राहत दी गई है।
निर्माण लागत पर प्रभाव
नए GST दरों के कारण निर्माण लागत में महत्वपूर्ण कमी आई है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन बदलावों से निर्माण लागत में लगभग 5% की कमी आई है, जिससे आवासीय परियोजनाओं की कीमतों में भी गिरावट आई है।
नवीनतम GST 2025 सुधारों से निर्माण सामग्री की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिससे निर्माण लागत में कमी आई है। यह बदलाव न केवल निर्माण उद्योग के लिए, बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद हैं। हालांकि, आपूर्ति की चुनौतियाँ बनी रह सकती हैं, लेकिन समग्र रूप से यह सुधार सकारात्मक दिशा में हैं